पिता के सपने को साकार करने के लिए होनहार पुत्रों ने बनवाया मंदिर
रिपोर्ट विकास कनवा – 8104481167
चंंवरा। कहावत प्रचलित है कि पूत सपूत तो क्यूं धन संचय… पूत कपूत तो क्यों धन संचय इस प्रचलित कहावत को वास्तविक जीवन में चरितार्थ किया है गुड़गांव के जागीरदार की ढाणी के रमेश शर्मा, सुभाष शर्मा व उमेश शर्मा और दिनेश शर्मा जैसे होनहार पुत्रों ने । बताया जाता है कि जागीरवाला की ढाणी में 1 वर्ष पूर्व पंडित नाथूराम शर्मा ने अपने अंतिम समय से पहले अपने चारों पुत्रों कहा था कि मेरे जाने के बाद तुम्हें एक मंदिर बनवाना है। मेरी यही अंतिम इच्छा है। बेटों ने उसी समय उनकी अंतिम इच्छा को सहर्ष स्वीकार करते हुए महज 1 साल में पिता की पुण्यतिथि से पहले ढाणी की राजकीय पहाड़ी पर लाखों की लागत से मंदिर बनवाया है। गौरतलब है कि गुड़ा गांव की जागीरवाला की ढाणी में बुधवार को नवनिर्मित राधा गोविंद मंदिर सड़क एवं राजकीय पहाड़ी पर 50 हजार लीटर पानी की टंकी का शिलान्यास समारोहपूर्वक मुख्य अतिथि सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा व विशिष्ट अतिथि
सरपंच रोहिताश सैनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री सलाहकार राजकुमार शर्मा के पिता रामनिवास शास्त्री ने की जबकि विशिष्ट अतिथि सरपंच रोहिताश सैनी समाज सेवी सुरेश मीणा किशोरपुरा पार्षद राजेंद्र मारवाल पूर्व पंचायत समिति सदस्य सतपाल सिंह गुड़ा पूर्व प्रधान महेंद्र शर्मा कांकरिया श्रवन वैद्य ख्यालीराम गठीला विजेंद्र सिंह गुढा बहादुर सिंह पीडब्ल्यूडी एईएन महेश शर्मा आदि रहे। इस भव्य कार्यक्रम के साथ ही भोज का आयोजन भी रखा गया। कार्यक्रम के दौरान मंत्री गुढा ने कहा कि उमेश शर्मा और रमेश शर्मा ने अपने पिता का सपना साकार करते हुए भव्य मंदिर का निर्माण करवाया है जिसे आने वाली पीढ़ी हमेशा याद रखेंगी। उन्होंने कहा कि जागीरवाला की ढाणी का हमेशा से ही गुड़ा गांव के विकास में अहम योगदान रहा है। यहां के पूर्वजों के सेवा कार्यो को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जागीरवाला के विकास के लिए मैं हमेशा सहयोग करता रहूंगा। वही डॉक्टर राजकुमार शर्मा के पिता रामनिवास शास्त्री ने कहा कि जागीरवाला परिवार को मेरे घर के सामान समझता हूं। इस परिवार द्वारा किए गए मंदिर निर्माण को लोग सदियों तक याद रखेंगे। इस दौरान सांवरमल मुकेश शर्मा रामूस्वामी चंदू चोटिया प्रेम प्रकाश प्रधान शीथल राजेश खटाना किशोरपुरा शीशराम खटाना, सुधीर मीणा मुकेश लूनियां संजय झउ दीनदयाल धोलाखेड़ा मोनूसिंह शेखावत कृष्ण सिंह सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।