पापड़ा गांव में शहीद बेटे का स्मारक पिता ने बनाया अपने खर्चे से अभी तक नहीं मिला सरकारी लाभ
रिपोर्ट विकास कनवा – 8104481167
उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र के पापड़ा गांव का लाडला सुरेश कुमार बड़सरा 21 नवंबर 2009 को तीन आतंकियों को मार गिराते हुए देश के लिए शहीद हुए थे। शहीद सुरेश कुमार बडसरा 7 राज राइफल में कार्यरत है। शहीद के पिता रामदेव सिंह ने अपने खर्चे से शहीद बेटे का स्मारक बना दिया। शहीद के पिता रामदेव सिंह सुबह-शाम स्मारक स्थल पर साफ सफाई करते हैं और अपना पूजा स्थल भी स्मारक स्थल को ही बना लिया। कई कई बार तो पूरा समय ही पुत्र की याद में स्मारक पर ही गुजारते हैं। 13 वर्ष बाद में शहीद के परिजनों को सरकारी सहायता का लाभ नहीं मिल पाया है शहीद के पिता रामदेव सिंह ने बताया कि बैठक की शहीद होने के 13 वर्ष बाद भी सरकार द्वारा घोषित पैकेज में 25 बीघा जमीन सरकार के द्वारा की गई घोषणा आज तक पूरी नहीं हुई। इसके साथ सरकार द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधाओं का भी शहीद के परिवार को इंतजार है। यहां तक कि शहीद के पिता ने शहीद बेटे का स्मारक भी अपने खर्चे से बनाया है। आखिर शर्म की बात यह है कि देश की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले सुरेश बडसरा के परिजनों को मिलने वाली सरकार की सुविधाओं में इतनी दिलाई क्यों बढ़ती जा रही है। इस दौरान शहीद के पिता ने मीडिया से रूबरू होते हुए आपबीती बताते हुए आंख झलक पड़ी। सरकारी सिस्टम की लापरवाही कहें या तकनीकी कहें यह तो शहीद के पिता रामदेव सिंह की परेशानियों के साथ-साथ निराश भी हो गए हैं। और 13 साल बाद भी की गई घोषणाओं का अभी तक लाभ नहीं मिल पाया।