पहाडिला में देर रात को सड़क हादसे में 2 की मौत दो घायल
रिपोर्ट विकास कनवा – 8104481167
उदयपुरवाटी कस्बे के निकटवर्ती नांगल टोल बूथ के नजदीक पहाडिला हजारी कुआं के पास बुधवार की रात 11ः30 बजे उदयपुरवाटी टोल बूथ की तरफ से झांझड़ की तरफ तेज रफ्तार से जा रही कैंपर गाड़ी के सामने अचानक नीलगाय आने से पेड़ में टकरा गई पेड़ में टकराने के बाद गाड़ी में सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। दो गंभीर रूप से घायल हो गए घायलों को 108 की मदद से सीकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। गाड़ी की स्पीड इतनी तेज थी कि गाड़ी पेड़ से टकराने के बाद गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। बड़ा पेड़ भी चकनाचूर हो गया।पेड़ से टकराने के दौरान गाड़ी में गाड़ी में सवार भवानी शंकर पुत्र बजरंग सिंह राजपूत झांझड़ विक्रम सिंह पुत्र शंभू सिंह राजपूत झाझडं दो की मौके पर ही मौत हो गई वही कपिल जांगिड़ पुत्र भंवरलाल जांगिड़ झाझड़ गंभीर रूप से घायल हो गया वहीं इसके साथ अन्य साथी को भी सीकर रेफर किया गया है। फिलहाल उदयपुरवाटी पुलिस ने मृतकों के शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। फिलहाल उदयपुरवाटी पुलिस अन्य घायलों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है इसी दौरान पेड़ से टकराई बिना नंबरों की कैंपर गाड़ी को पुलिस ने मौके से जब कर लिया है। और मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
उदयपुरवाटी थाने से मिली सूचना के अनुसार बिना नंबरों की कैंपर गाड़ी 15 दिन पहले ही छुट्टी है। बुधवार की देर रात को तेज रफ्तार में नीलगाय आने से नियंत्रण होकर पेड़ से टकरा गई जिसके बाद गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है वहीं गाड़ी के आगे और पीछे नंबर भी नहीं है।
आखिर जिला पुलिस अधीक्षक के आदेशों पर पूरे जिले भर में नाकाबंदी के दौरान बिना नंबरों के वाहनों पर कार्रवाई की जाती है। लेकिन ऐसे वाहनों पर बिना नंबरों के जो गटर लगी हुई गाड़ियां सरपट दौड़ रही है। उन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। जिससे देर रात को हुए हादसे में कैंपर गाड़ी में ना ही तो आगे नंबर है और ना ही पीछे नंबर है गाड़ी के पीछे गाटर लगी हुई है। लेकिन जैसा कि पुलिस ने बताया कि 15 दिन पहले ही गाड़ी छुट्टी थी। ऐसे में पुलिस को जानकारी होने के बाद भी ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।आखिर कार्रवाई की जाती तो यह हादसा नहीं होता।
बिना नंबरों की गाड़ियों पर क्यों नहीं हो रही है आखिर कार्रवाई
आखिर बिना नंबरों के वाहनों पर कब होगी कार्रवाई पुलिस थाने के सामने से धड़ल्ले से बिना नंबरों के वाहन गुजरते हैं लेकिन पुलिस की ओर से महज खानापूर्ति की जाती है। बिना वाहनों के नंबर वाले वाहनों पर पुलिस को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन कार्रवाई नहीं करने के चलते पुलिस थाने के सामने से बिना नंबर के वाहन धड़ल्ले से गुजरते हैं इतना ही नहीं बड़े ओवरलोड डंपर भी बिना नंबर के सरपंच लिखे पत्थरों से भरे पुलिस थाने के सामने से धड़ल्ले से निकलते हैं। लेकिन उच्च अधिकारियों के आदेश की पालना में नाकाबंदी कर महज खानापूर्ति की जाती है आखिर खानापूर्ति ना करने की वजह हकीकत में कार्रवाई की जाए तो बिना नंबरों वाहनों से राजस्व के साथ-साथ वाहन को पहचानने में भी काफी आसानी होती है। लेकिन सत्ताई से कार्रवाई नहीं करने के आए दिन पुलिस थाने के सामने से बिना नंबर के वाहन धड़ल्ले से गुजर रहे हैं।