टैगोर स्कूल की बस की टक्कर से सरकारी स्कूल के छात्र की मौत udaipurwati news jhunjhunu
रिपोर्टर – विकास कनवा – 8104481167
उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र के गुढ़ागौड़जी के सुबह लगभग 8 से 9 बजे के बीच मे ज्योतिबा नगर नुना की ढाणी के पास गुढ़ागौड़जी मे टैगोर स्कूल की बस की टक्कर से सरकारी स्कूल के छात्र विकास पुत्र रामकरण 18 साल जो की सरकारी स्कूल की 11वीं कक्षा पढ़ने वाले की मौत हो गई वही टैगोर स्कूल बस चालक टक्कर मारकर गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गया। प्रत्येक दर्शकों ने बताया गुढ़ागौडजी टैगोर स्कूल की बस चालक ने सरकारी स्कूल के छात्र को टक्कर मारकर मौके से फरार हो गई घायल युवक को गुढ़ागौड़जी के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां गुढ़ागौडजी से उसे झुंझुनू बीडीके अस्पताल रेफर कर दिया गया बीडीके अस्पताल रेफर के बाद उन्हें पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया वहीं मृतक युवक के शव को बीडीके अस्पताल की मोर्चरी घर में रखवा दिया और गुढ़ागौड़जी पुलिस को सूचना दी जिसके बाद सूचना पर गुढ़ागौडजी पुलिस युवक के शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए झुंझुनू बीडीके अस्पताल के लिए रवाना हुई। मृतक युवक के परिजनों ने बताया कि टैगोर स्कूल बस चालक की लापरवाही के चलते वह तेज रफ्तार से युवक को टक्कर मार दी जिससे युवक की मौके पर घायल हो गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक युवक के परिजन शव लेने से इनकार कर दिया। और झुंझुनू के मोर्चरी के बाहर कार्रवाई करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान परिजनों की मांग है मृतक युवक के परिजनों को ₹50 लाख व एक सरकारी नौकरी दी जाए जिसको लेकर मृतक युवक के परिजन झुंझुनू जिले के अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन कर कार्रवाई करने की मांग करते हुए मांग कर रहे हैं।
स्कूल बस के नंबर भी आगे पीछे अलग-अलग
गुढ़ागौडजी में नुना की ढाणी ज्योतिबा नगर में टैगोर स्कूल की टक्कर से हुई सरकारी स्कूल के छात्र की मौत के बाद बस चालक बस को लेकर फरार हो गया वहीं बस के आगे और पीछे नंबर भी अलग-अलग है। लेकिन ना ही तो पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर रहे हैं। और ना ही आरटीओ विभाग जिसके चलते बस चालकों की लापरवाही के चलते यह आज हादसा हो गया और सरकारी स्कूल के 11वीं कक्षा का छात्र टैगोर स्कूल की बस की चपेट में आने से मौत के मुंह में समा गया।
प्राइवेट स्कूलों में लगा रखी है बस से अधिकांश खटारा
प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को लाने वाले जाने में काम में लेने वाले वाहन अधिकांश खटारा हैं इतना ही नहीं नहीं तो परिवहन विभाग कार्रवाई कर रहा है और ना ही पुलिस विभाग कार्रवाई कर रहा है जब कभी हादसा होता है तो अधिकारी मामले में खानापूर्ति करते हुए इतिश्री कर लेते हैं।
परिवहन व पुलिस विभाग नहीं कर रहा बिना नंबरों के वाहनों पर कार्रवाई
गुढ़ागौडजी के टैगोर स्कूल कि बस का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें आज सड़क हादसा होने पर मामले का खुलासा हुआ है जो कि हम आपको गाड़ी की तस्वीर के माध्यम से हकीकत बयां करने वाली तस्वीर दिखाएंगे आखिर परिवहन विभाग और पुलिस विभाग इतने अभियान चलते हैं। लेकिन इन पर विभाग सख्त आई से कार्रवाई क्यों नहीं करते। पर से कार्रवाई नहीं होने की लापरवाही भी सामने आई है जो कि आप इस गाड़ी की तस्वीरों को देखकर हैरान रह जाएंगे हैरान आप इसलिए रह जाएंगे गाड़ी के नंबर आगे कुछ और और पीछे कुछ और फर्जी नंबरों से चल रही है गाड़ी आखिर एक गाड़ी पर डबल रजिस्ट्रेशन नंबर क्यों क्या कहीं इसे फर्जी नहीं तो क्या कहें।
निजी स्कूलों के वाहनों की जांच
प्रशासन जांच करे तो कई निजी स्कूलों के वाहनों के डबल रजिस्ट्रेशन नंबर लगी प्लेट मिलेगी । और इसकी जनता से निजी स्कूलों में चलने वाले वाहनों की गहनता से जांच हो तो अधिकांश निजी स्कूलों में खटारा बसें जो कबाड़ में खड़ी करने लायक बसें मिलेंगी जो वाहन सड़क पर चलने लायक नहीं है उनको भी निजी स्कूल संचालक स्कूलों में बच्चों को लाने पर ले जाने में काम ले रहे हैं जो कि कभी भी बड़े हादसे का रूप ले सकती है। अब आखिर देखना यह है प्रशासन इस पर आगे क्या कार्रवाई करता है।
क्षमता से अधिक बच्चों को डालकर कर रहे हैं सफर
निजी स्कूलों के वाहनों में क्षमता से अधिक स्कूली बच्चों को ठोस ठोस कर खटारा बसों में सफर करवा रहे हैं लेकिन ना ही तो परिवहन विभाग इस पर ध्यान दे रहा और ना ही पुलिस विभाग ध्यान दे रहा है जबकि इस पर परिवहन और पुलिस विभाग कार्रवाई कर सकता है लेकिन दोनों ही विभागों की ओर से कार्रवाई करने की बजाय अनदेखी की जा रही है अब अनदेखी करने का कारण क्या हो सकता है वह तो आने वाला जांच अधिकारी से ही पता लगाया जा सकता है।
पुलिस थाने के सामने से धड़ल्ले से गुजरते हैं स्कूल के वाहन
गुढ़ागौडजी व उदयपुरवाटी में निजी वाहनों में बच्चों को ठूंस ठूंस कर पुलिस थाने के सामने से धड़ल्ले से गुजर रहे हैं। लेकिन ना ही तो उदयपुरवाटी पुलिस कार्रवाई कर रही है और ना ही गुढ़ागौड़जी पुलिस कार्रवाई कर रही है जबकि अभियानों के माध्यम से स्कूली बच्चों को साथ लेकर सड़क सुरक्षा अभियान को लेकर जागरूकता अभियान निकाला जाता है। लेकिन निजी स्कूल संचालक जागरूकता के साथ-साथ अपनी कमियों को छुपाने के लिए धड़ल्ले से बच्चों को ठोस ठोस कर सड़क निजी स्कूलों के बाहर सरपट दौड़ रहे हैं।
निजी स्कूलों के वाहनों में नहीं है खलासी की व्यवस्था
निजी स्कूलों के वाहन नहीं कर रहे हैं परिवहन विभाग के स्कूल की नियम कायदों को पूरा जबकि निजी स्कूलों के वाहनों में चालक के साथ-साथ खलासी की भी आवश्यकता होती है जो कि बच्चों को उतारने और बैठाने के लिए खलासी की जरूरत होती है जबकि खलासी के बिगर अधिकांश स्कूलों मे वाहन सरपट दौड़ रहे हैं जोकि परिवहन विभाग के नियमों की हवेलना करते हुए धज्जियां उड़ा रहे हैं।
बिना कागजातों के भी सरपट दौड़ रहे हैं स्कूल वाहन
परिवहन विभाग की ओर से उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में निजी स्कूलों में चल रही वाहनों के रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ स्कूलों में चलने वाले वाहनों के पास कागजात भी सही सलामत नहीं मिलेंगे। और बिना कागजातों के स्कूली बच्चों की जान जोखिम में डालकर सड़क पर वाहन पुलिस थाने के सामने से धड़ल्ले से सरपट दौड़ रहे हैं। ऐसे निजी वाहन चालकों पर कार्यवाही हो परिवहन विभाग लाखों करोड़ों रुपए का राजस्व वसूलने के साथ-साथ बच्चों की जिंदगी के साथ हो रहे खिलवाड़ से भी बचाया जा सकता है। जिससे आने वाले समय में होने वाले हादसे से भी बचा जा सकता है।
उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में निजी स्कूलों के वाहनों से आधा दर्जन हो चुकी हादसे
उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में जैसे-जैसे शिक्षा की अलग जगी है वैसे वैसे निजी स्कूल संचालक खटारा बसों का प्रयोग करते हुए नियम विरुद्ध बाल वाहिनी वाहन बच्चों को ठोस ठोस कर सड़क पर नियम विरुद्ध दौड़ रहे हैं लेकिन इन पर कोई कार्रवाई करने वाला नहीं है गौरतलब है कि अब तक क्षेत्र में नियम विरुद्ध चल रही बाल वाहिनी वाहनों से आधा दर्जन हादसे हो चुके हैं उसके बाद भी प्रशासन सबक नहीं ले रहा।
गत समय में हुआ था गुढ़ागौडजी में बड़ा हादसा
हाल ही में कुछ दिनों पहले गुढ़ागौडजी थाना क्षेत्र में झुंझुनू रोड पर 15 से 20 लोगों से भरी पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गई थी जिसमें जिसमें 1 दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई थी उसके बाद भी नियम विरुद्ध बाल वाहिनी वाहन सड़क पर बच्चों को ठोस ठोस कर सरपट दौड़ रही है लेकिन सड़क पर नियम विरुद्ध दौड़ रही स्कूली बाल वाहिनी के ऊपर नहीं तो पुलिस विभाग कार्रवाई कर रहा है और ना ही परिवहन विभाग कार्रवाई कर रहा आखिर कार्रवाई नियम विरुद्ध चल बाल वाहिनी वाहनों पर कार्यवाही करें कौन करने वाले सब मौन…..?????
क्या कहते हैं परिवहन विभाग के अधिकारी
जिला परिवहन अधिकारी से लगातार संवाददाता की ओर से फोन किया गया लेकिन फोन उठाकर मामले में कोई जवाब नहीं दिया गया।
बच्चा बस के लटक कर सफर कर रहा था इस दौरान पथरों में गिर गया हादसा हो गया।