जान जोखिम में डाल सफर कर रहे यात्री यातायात नियमों का नहीं हो रहा पालन पुलिस थाने के नजदीक से निकलती है गाड़ियां
रिपोर्ट विकास कनवा – 8104481167
उदयपुरवाटी पुलिस थाने के नजदीक से यात्रियों से ठोस ठोस कर भरकर टूटी सड़कों पर जान जोखिम में डालकर सफर करते यात्री यातायात नियमों की उड़ रही है धज्जियां नहीं हो रही नियमों की पालना आए दिन हो रहे सड़क दुर्घटनाओं के बाद सुरक्षित परिवहन को लेकर कोई जागरूकता नहीं दिखाई दे रही है। उदयपुरवाटी पुलिस थाने के नजदीक शाकंभरी मार्ग पर रोज असुरक्षित सफर के नजारे देखना आम बात सी हो गई। उदयपुरवाटी घूमचक्कर शाकंभरी मार्ग लोहार्गल चिराना सहित कस्बे से स्कूल बच्चों के वाहन रोड पर यातायात नियमों की अवहेलना करके वाहन चालक ओवरलोड तो बेहतीन ढंग से यात्रियों को वाहनों में बैठाकर गाड़ियां दौड़ा रहे हैं। इन पर कार्रवाई करें तो कौन क्योंकि यातायात परिवहन व पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है। कभी-कभी पुलिस सख्ती दिखाकर कस्बे के सड़क किनारे खड़े चार पहिया वाहनों के चालकों को समझाइश देकर उन्हें वाहन साइड में लगवाने की कार्रवाई करती है।ओर फिर बाइक सवार के चालान काटकर कार्रवाई कर खानापूर्ति करते हुए इतिश्री कर लेते हैं। लेकिन वाहनों में यात्रियों को ठोस ठोस कर परिवहन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।
ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले ग्रामीणों को ग्राम तक पहुंचने के लिए ग्राम का ही साधन मिल जाए तो फिर ग्रामीण यात्री यातायात नियमों की परवाह ही नहीं करते शाकंभरी रोड पर कुछ इसी तरह का नजारा देखने को मिला जहां एक शाकंभरी मार्ग पर जाने वाले लोग चार पहिया वाहन में पीछे लिपटें हुए गाड़ी के ऊपर व गाड़ी के बोनट पर बैठे कर सफर करते नजर आए।
सरकार को ऐसे मार्गो को करना चाहिए परिवहन यातायात वाहन के लिए चिन्हित
लेकिन ग्रामीण आंचल से आने वाले ग्रामीणों के लिए निर्धारित और रोड पर चलने वाले सरकारी व निजी बसें नहीं होने के चलते छोटे वाहनों में लटक लटक कर सफर तय करना पड़ रहा है। ऐसे में स्थानीय विधायक परिवहन मंत्री व जागरूक लोगों के द्वारा सरकार के प्रतिनिधिमंडल से मिलकर परिवहन की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि ग्रामीण आंचल से आने वाले ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर सफर तय करना नहीं पड़े। जब तक ग्रामीण आंचल में इन मार्गों पर बड़े वाहनों की व्यवस्था नहीं होगी तब तक ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर सफर तय करना पड़ेगा।