लाडो की घोड़ी पर बैठा कर निकाली बिंदोरी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का दिया संदेश udaipurwati news jhunjhunu
रिपोर्टर – विकास कनवा – 8104481167
उदयपुरवाटी झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी के वार्ड नंबर 4 कुआं छागुहाला में एक परिवार में रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ते हुए अपनी बेटी की शादी की रस्मों को वैसे ही निभाया जैसे बेटों की निभाई जाती है। दुल्हन के काका मदन लाल सैनी ने बेटी को घोड़ी पर बैठा कर बंदोरी निकाली और बेटा बेटी एक समान समझने का संदेश दिया। इस दौरान बिटिया की बंदोरी घोड़ी पर बैठा कर निकाल कर वार्ड नंबर 4 निवासी कुंभाराम सैनी और मदन लाल सैनी के परिजनों ने भी समाज में रूढ़िवादी परंपराओं को त्यागते हुए
बेटी सरिता की 5 जून को होने वाली शादी से पहले उनके सारी रसम रिवाज लड़कों की बातें कुंभाराम सैनी की पुत्री सरिता सैनी की शादी 5 जून को इंद्रपुरा निवासी मुकेश सैनी पुत्र रामेश्वर लाल सैनी के साथ होगी इस दौरान बिटिया की घोड़ी पर बैठाकर डीजे के साथ रस्में निभाई उसके परिजनों ने नाच गाकर जश्न मनाया वहीं शादी से पहले परिवार द्वारा निभाई जा रही रस्मों को देखकर सरिता सैनी गदगद नजर आ रही है। दुल्हन सरिता ने बताया कि उसके परिवार में बेटियों को पूरा मान और सम्मान मिलता है।परिवार ने कभी भी उसके लिए उसके भाइयों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया।उसकी शादी में लड़कों की जैसी ही रसम रिवाज निभाई जाती है उसी प्रकार लड़की की घोड़ी पर बैठाकर बंदरी निकाली गई वही अब शिक्षा और जागरूकता की वजह से जनता की सोच में बदलाव देखने को मिल रहा है।
आधुनिक दौर में शिक्षा के प्रचार-प्रसार से समाज में आई जागरूकता से बेटियों को भी बेटों के बराबर सम्मान मिलने लगा है। इस दौरान कार्यक्रम में दुल्हन की माता रुकमा देवी पिताजी कुंभाराम सैनी काका मदन लाल सैनी फूलचंद सैनी शीशपाल संतराम बंटी शंकर लाल चंद छोटू लाल सरोज विमला पायल मंजू सहित अन्य मेहमान और परिजन मौजूद थे