ऑर्डर का ऑनलाइन पेमेंट करने के बाद भी नहीं भेजा सामान वॉट्सएप के जरिए लाखों की ठगी
कोतवाली थाने में ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। मेडिकल फर्म चला रहे मालिक ने वॉट्सऐप के जरिए अपना सामान ऑर्डर किया। उसके बाद दुकान मालिक ने 3 बार में ऑर्डर के 1 लाख 75 हजार 578 रुपए भी पे कर दिये। पैसे मिलने के बाद ना तो ऑर्डर की डिलीवरी की गई और ना ही फर्म मालिक के पैसे लौटाये जा रहे हैं। अपने साथ हुई ऑनलाइन ठगी का पता चलाने के बाद फर्म मालिक ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया।
पीड़ित का 20 साल से मेडिकल का बिजनेस
कोतवाली थाने में प्रमोद अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसकी राम मंदिर सीकर के पास सर्राफा मेडिविजन के नाम से फर्म है जो पिछले 20 सालों से चल रही है। फर्म के जरिए मुख्य कार्य मेडिकल और सर्जिकल आइटम बेचने का है। इसके लिए राजस्थान और अन्य राज्यों से भी आइटम खरीदने पड़ते हैं। इन्हीं कुछ आइटम के लिए उनके पास मुंबई की एक फर्म एनएम ट्रेडिंग कॉ. के वॉट्सअप से कर्मचारी ने आइटम की फोटो भेजी। कर्मचारी को वॉटसअप के जरिए ही उसने अपना ऑर्डर दे दिया। आर्डर के बाद उसने ऑर्डर का बिल भेजा और उसी बिल के आधार पर उन्होंने ऑर्डर का पेमेंट कर दिया।
सामान नहीं आया तो हुआ ठगी का अहसास
प्रमोद अग्रवाल ने बताया कि ऑर्डर का पेमेंट करने के बाद कर्मचारी का वापस मैसेज आया जिसमे उनसे ऑर्डर से ज्यादा सामान भेजने की बात कही। उसके बातों में आकर उसने उसका भी पेमेंट बैंक के जरिए कर दिया। अभी तक उसने 1 लाख 75 हजार 578 रुपए का पेमेंट ऑर्डर के नाम पर कर दिया, लेकिन पैसे भेजने के बाद अब कंपनी का कर्मचारी फोन नहीं उठा रहा और ना ही माल भेज रहा है। अपने साथ हुई धोखाधड़ी का अहसास होने के बाद प्रमोद अग्रवाल ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया। वहीं मामले की जांच हेड कांस्टेबल विजेन्द्र सिंह कर रहे हैं। पुलिस वॉट्सअप नंबर के आधार पर जांच में जुटी है।